शैतान नही चाहता है कि आप पिता से बातें करे यानी अन्य अन्य भाषा बोलें
शैतान नही चाहता है कि आप अपने पिता से बातें करके अपने सम्बन्ध मजबूत करें और एक आत्मा हो जाएं
क्योंकि आदम जब पिता के साथ रहता उनसे बातें करता शैतान को पसन्द नही आया और उसने आदम को पिता से दूर कर दिया
इसलिए ऐसे सेवक जो खुद अन्य भाषा नही बोलते और अन्य भाषा के विषय मे गलत शिक्षा देते हैं अन्य भाषा का मतलब गूगल महाराज से सर्च करके समझाते और बोलते अन्य भाषा कुछ है ही नही, या अन्य भाषा बोलने जरूरी नही है
समझ जाईये ये शैतान के दूत हैं जो उसने वचन से भरमाने के लिए नियुक्त कर रखा है
आप सोचेंगे कि अरे ये तो वचन का प्रचार कर रहे है तो ये शैतान के दूत कैसे हो सकते हैं आपको मालूम है शैतान को पूरी बाइबल रटी हुई है शैतान ने यीशु की परीक्षा वचन को ही बोल कर ली थी
इसलिए बाइबल में कुछ महत्वपूर्ण बातें लिखी हैं
1 – सबसे पहले :- आप उनके फलों से उन्हें पहचानेंगे
2 – दूसरा :- यीशु ने विश्वासियों की पहचान बताई है जिससे आप भृमित न हों
पांच चिन्ह होंगे जिसमे एक चिन्ह प्रगट करता है कि आप विश्वासी हो “वे नई नई भाषा बोलेंगे” ये भाषा पवित्र आत्मा की भाषा है जब वो आपके अंदर आएंगे तो पिता से बातें करेंगे “कोड वर्ड” में
Mark 16:17-18 “और विश्वास करनेवालों में ये चिन्ह होंगे कि वे मेरे नाम से दुष्टात्माओं को निकालेंगे; नई-नई भाषा बोलेंगे;”
“साँपों को उठा लेंगे, और यदि वे प्राणनाशक वस्तु भी पी जाएँ तो भी उनकी कुछ हानि न होगी; वे बीमारों पर हाथ रखेंगे, और वे चंगे हो जाएँगे।”
3 – फिर एक सेवक की पहचान :- आप बाइबल के सेवको से मिलान करें
सच्चे सेवक के प्रचार के साथ चिन्ह चमत्कार अपने आप होंगे
सुसमाचार प्रचारक जब प्रचार करता है तो प्रभु उसके साथ रहता है और चिन्हों से वचन को दृढ़ करता है पक्का करता है कि वचन में जो लिखा है सही है 👇
Mark 16:20 और उन्होंने निकलकर हर जगह प्रचार किया, और प्रभु उनके साथ काम करता रहा और उन चिन्हों के द्वारा जो साथ-साथ होते थे, वचन को दृढ़ करता रहा। आमीन।
देखिए पौलुस भी एक सच्चे सेवक की पहचान बता रहा है
4 – पौलुस जो कि प्रभु यीशु के सच्चा सेवक था क्या कह रहा है समझ जाईये लोग प्रचार तो कर रहे है वो भी यीशु से जोड़ने वाला नही सिर्फ ज्ञान बघार रहे हैं लेकिन सामर्थ्य के काम नही हो रहे यानी उसके साथ प्रभु नही हैं सिर्फ गाल बजा रहें हैं अपनी दुकान चला रहे हैं
1 Corinthians 4:20 “क्योंकि परमेश्वर का राज्य बातों में नहीं, परन्तु सामर्थ्य में है।”
5 – पौलुस ने सेवक की पहचान को बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है
1 Corinthians 2:4-5 “और मेरे वचन, और मेरे प्रचार में ज्ञान की लुभानेवाली बातें नहीं*; परन्तु आत्मा और सामर्थ्य का प्रमाण था,”
“इसलिए कि तुम्हारा विश्वास मनुष्यों के ज्ञान पर नहीं, परन्तु परमेश्वर की सामर्थ्य पर निर्भर हो।”
प्रचार में ज्ञान की लुभाने वाली बातें ज्यादातर आपको यही मिलेगा लेकिन सामर्थ का प्रमाण नही तो समझ जाईये ये सेवक सच्चा सेवक नहीं है
और आप ऐसे मनुष्यों के ज्ञान पर विश्वास मत कीजिये न ही निर्भर होइए
आप ऐसों के ज्ञान को मत सुनिए 100% शैतान के दूत हैं
एक सच्चा सेवक आपको यीशु से जोड़ेगा पवित्र आत्मा का बपतिस्मा प्राप्त कराएगा जैसे पौलुस प्रेरित 19 में 12 लोगो को दिलाया, अनन्त जीवन मे प्रवेश करने लायक बनाएगा यीशु की आवाज को सुनना सिखाएगा यीशु के पीछे चलने वाली भेड़ बनाएगा पवित्र आत्मा की अगुवाई में चलना सिखाएगा पवित्र आत्मा के फल कैसे आएंगे बताएगा, अभिषेक कैसे मिलेगा बताएगा, वरदानों को कैसे प्राप्त करें बताएगा आदि
प्रभु यीशु मसीह में आपका सेवक
Apostle Rakesh Lal / 9981098303

