शैतान को सब से ज्यादा तकलीफ अन्य भाषा से होती है क्यो ?
2 परमेश्वर अपने को प्रगट करता है “कि मैं जो हूँ सो हूँ”
जो अन्य भाषा के विषय में गलत व्याख्या करें या गुमराह करने वाली बातें कहे, या मना करें तो समझ जाओ शैतान उसके अंदर से बोल रहा है
अन्य भाषा क्या है ?
अन्य भाषा मनुष्य के अंदर से बोलने वाले पवित्र आत्मा होते हैं – इसमें मनुष्य की इच्छा और बस नही चलता
अन्य भाषा बोलने वाले को अन्यभाषा का अगला शब्द नही मालूम होता कि क्या बोलना है वो अगला शब्द विश्वास से मुँह खोलता है और बोलने लगता है
अन्य भाषा बोलने वाले व्यक्ति कि आत्मा प्राण और देह अन्य भाषा बोलते वक्त पूरी रीति से पवित्र आत्मा के नियंत्रण में हो जाती है। जैसे पौलुस सब से ज्यादा अन्य भाषा बोलता था पूरा जीवन परमेश्वर के नियंत्रण में था
अन्य भाषा पवित्र आत्मा की भाषा है जिसको सिर्फ पिता और पुत्र समझ सकते है
क्योंकि शत्रु के क्षेत्र यानी धरती से स्वर्ग में बात करने के लिए (कोड वर्ड ) में पवित्र आत्मा पिता से बातें करते हैं जिसको कोई नही समझ सकता है* *जैसे बार्डर में सैनिक कोड वर्ड में कंट्रोल रूम में संदेश भेजते हैं
ऐसा इसलिए कि दानिएल की प्रार्थना का उत्तर आने में 21 दिन लग गए थे
देखिये वचन क्या कहता है
“क्योंकि जो अन्यभाषा में बातें करता है; वह मनुष्यों से नहीं, परन्तु परमेश्वर से बातें करता है; इसलिये कि उस की कोई नहीं समझता; क्योंकि वह भेद की बातें आत्मा में होकर बोलता है।” 1 Corinthians 14:2
भरमाने वाले पाखंडी जिन्हें शारीरिक व्यक्ति कहा जाता है जिनमे पवित्र आत्मा नही वे क्या कहते है
भरमाने वाला शैतान का प्रश्न पढ़ें
कि पेंतीकुस्त के दिन जब पवित्र आत्मा उतरा तो जब लोगों ने अन्यभाषा बोली, वो वहां अन्यजाति लोगों को समझ मे आ गई थी। पर आज जिसे तुम अन्य भाषा कहते हो, वो अन्यजाति तो क्या खुद को बोलने वाले को ही समझ मे नही आती
* – उत्तर
सबसे पहली बात शैतान को वचन तो मालूम है लेकिन भेद नही जानता यानी वचन का उत्तर नही जानता जो कि बाइबल में ही है क्यों ? क्योंकि शैतान धूर्त है मूर्ख है इसलिए जब यीशु ने वचन से जवाब दिया तो सामना नही कर सका
जैसे :- शैतान ने यीशु की परीक्षा वचन बोल कर लिया और यीशु ने वचन से ही जवाब दिया तो वचन का सामना नही कर सका
देखिये 1 कुरिन्थियो 14:2 में लिखा है — अन्य भाषा किसी को समझ मे नही आती क्योंकि वो भेद की बातें आत्मा में हो कर बोलता है
प्रेरित 2:7…..11 में अन्य भाषा पेंतीकुस्त के दिन क्यो सुनने वालों को समझ मे आयी ?
लेकिन बोलने वालों को नही समझ मे आई
अच्छे से पढ़िए
पेंतीकुस्त के दिन पवित्र आत्मा का पहला आगमन प्रेरित 2:1…4 जबरदस्त प्रगटीकरण के साथ हुआ
उपरोठी कोठरी में
1 आंधी की सी सनसनाहट
2 पूरे जगह का हिल जाना
3 आग सी फटती हुई जीभों का 120 लोगों के ऊपर ठहर जाना
4 सब लोगों का पवित्र आत्मा से भर जाना और अन्य भाषा बोलना
5 पवित्र आत्मा का आगमन हो गया है और पवित्र आत्मा पिता परमेश्वर प्रभु यीशु को महिमान्वित करते है इस बात का प्रगटीकरण अन्य जातियों पर किया जो कि प्रेरित 2:7 से 11 में लिखा है
पवित्र आत्मा का आगमन इतना जबरदस्त था जिससे पूरा यरूशलेम हिल गया जिससे कई देश के कई भाषा बोलने वाले लोग उस उपरोठी कोठरी के पास इकट्ठा हो गए
120 लोग जिनके ऊपर पवित्र आत्मा उतरा वे सब गलीली थे जिनको और कोई देश की भाषा नही आती थी ये बात अन्य जाति के दूसरे देश के लोग जानते थे
वचन को ध्यान से पढ़े
ध्यान दें – गलिलियो के मुंह से दूसरे देश की भाषा मे पवित्र आत्मा बात कर रहे थे जबकि गलिलियों को नही मालूम कि वे क्या बोल रहे हैं कौन सी भाषा बोल रहे है
तो गलिलियो के अंदर से बोलने वाला कौन ? अन्य देश के अन्य भाषियों से उनकी भाषा मे बात करने वाला कौन ?
उत्तर :- पवित्र आत्मा
“और वे सब चकित और अचम्भित होकर कहने लगे; देखो, ये जो बोल रहे हैं क्या सब गलीली नहीं?”
“तो फिर क्यों हम में से हर एक अपनी अपनी जन्म भूमि की भाषा सुनता है?”
“हम जो पारथी और मेदी और एलामी लोग और मिसुपुतामिया और यहूदिया और कप्पदूकिया और पुन्तुस और आसिया।”
“और फ्रूगिया और पमफूलिया और मिसर और लिबूआ देश जो कुरेने के आस पास है, इन सब देशों के रहनेवाले और रोमी प्रवासी, क्या यहूदी क्या यहूदी मत धारण करनेवाले, क्रेती और अरबी भी हैं।”
“परन्तु अपनी अपनी भाषा में उन से परमेश्वर के बड़े बड़े कामों की चर्चा सुनते हैं।”Acts 2:7-11
मतलब आपको हिंदी भाषा सिर्फ आती है और कोई भाषा न बोलना आती न समझ मे आती
और वहां पर कोई व्यक्ति खड़ा हो और आपके मुँह से अन्य भाषा मे पवित्र आत्मा बात करने लगें तो क्या बोलने वाले को समझ मे आएगी कि वो क्या बोल रहा है ?
उत्तर :- नही समझ मे आएगा क्यों ?
क्योंकि सिर्फ मुँह आपका है बोलने वाले पवित्र आत्मा है जो सारी भाषाओं के बनाने वाले है यदि पवित्र आत्मा आपके अंदर हैं तो वो किसी भी भाषा में किसी से भी बात कर सकते हैं लेकिन बोलने वाले को पता नही चलेगा जब तक कि वो व्यक्ति आपसे नही बताए कि आप मेरी भाषा मे ऐसा ऐसा बोल रहे थे
इसलिए वचन की गलत व्याख्या यानी वचन को गलत तरीके से एक्सप्लेन करने वालों से सावधान रहें आप का बेशकीमती जीवन नष्ट कर देंगे
जिसने पवित्र आत्मा का बपतिस्मा यानी उद्धार नही पाया वो आपको पवित्र आत्मा के बपतिस्मे यानी उद्धार के बारे में कैसे बता सकता है ?
यीशु ने अंधे अगुवों से सावधान रहने को कहा है
“यीशु ने कहा अंधा कैसे अंधे को मार्ग दिखा सकता है ? दोनों गड़हे में नही गिरेंगे क्या।”
प्रभु यीशु मसीह में आपका सेवक
Apostle Rakesh Lal / 9981098303
