परमेश्वर की उपस्थिति में कैसे जाएँ
और
💥💥 परमेश्वर की उपस्थिति को कैसे लाएं 💥💥
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एक पवित्र आत्मा से भरे हुए मन फिराए हुए व्यक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य
“जब अब्राम निन्नानवे वर्ष का हो गया, तब यहोवा ने उसको दर्शन देकर कहा —
“मैं सर्वशक्तिमान ईश्वर हूं; मेरी उपस्थिति में चल और सिद्ध होता जा।” उत्पत्ति 17:1
याकूब की पत्री में लिखा –
“जो कोई वचन में नहीं चूकता वही सिद्ध मनुष्य है।”
मतलब परमेश्वर की उपस्थिति में ही वचन में सिद्ध हुआ जा सकता है
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🔑🔑🔑🔑 प्रक्रिया 🔑🔑🔑🔑
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** _ प्रार्थना में जाएँ _**
पश्चाताप करें , समर्पण करें , अपना सारा अधिकार यीशु के आत्मा को दें अपना अधिकारी बना लें उसके बाद
आप धन्यवाद यीशु, धन्यवाद यीशु, धन्यवाद यीशु …….
हाल्लेलुयाह,हाल्लेलुयाह, हाल्लेलुयाह, हाल्लेलुयाह ……
यीशु के लहू की जय, यीशु के लहू की जय, यीशु के लहू की जय….. लगातार एक साँस में आखरी सांस तक बोले जैसे साँस ख़त्म हो वैसे ही सांस भरें और बोलते जाएँ
आपके अंदर से फ्लोइंग आएगी यानि अंदर से ह्रदय से बहाव उमड़ेगा और फ़ोर्स में अन्य अन्य भाषा निकलेगी आप बोलते जाएँ
अन्य अन्य भाषा बोलते बोलते आपको ऐसा काफी देर बाद ऐसा लगेगा की आप किसी अलौकिक मंडल में प्रवेश कर गए हो एक दम शांति के स्थान में कई बार ऐसा होगा कि अन्य भाषा के शब्द निकलना बंद हो जायेंगे
आपको लगेगा कि बिलकुल शांत हो जाओ
या ऐसा लगेगा की आप बहुत दूर उठा लिए गए हो
ये वो स्थिति है जब आपको पवित्र आत्मा उठा कर महापवित्र स्थान में परमेश्वर के सामने ले जाते हैं
जहाँ पर आपको बिलकुल शांत हो जाना है
मन में भी कोई विचार या स्तुति या अन्य भाषा न चले
और उसी पोजीशन में
घुटने पर खड़े हुए हाथों को उठाये हुए
एक दम शांत हो जाएंगे
और परमेश्वर के तेजोमय सिंहासन को ( एक सिंहासन है उसमे से बहुत तेज रौशनी निकल रही है)
या यीशु के तेजोमय चेहरे को बंद आँखों से इमेजिन करें और देखते रहें
जिससे मन में विचार नही उठेंगे
आप शांत हो जाएँ शून्य अवस्था में चले जाएँ
थोड़ी देर बाद जैसे ही परमेश्वर की उपस्थिति आप पर आएगी
आपकी पूरी बॉडी गर्म होने लगेगी बहुत तेज गर्मी ऐसा लगेगा आपके शरीर में गर्म लेमिनेशन कर दिया हो पसीने से भीग जाओगे
आपकी पुरे शरीर में थिरकन या थरथराहट होने लगेगी
आपकी सांस तेजी से चलने जल्दी जल्दी चलने लगेगी
आप जितनी ज्यादा देर बैठ सकते है प्रभु की उपस्थिति में बैठिये
तब आपके जीवन में फल लगना शुरू होंगे, आपका स्वाभाव बदलने लगेगा, प्रभु यीशु के गुण आप में आने लगेंगे, आपके अंदरुनी कान खुल जाएंगे परमेश्वर आपसे बात करेंगे और आप प्रभु को सुनने पाओगे ,आपकी आत्मिक आँखे खुल जायेंगीं और आप स्वर्ग को प्रभु को स्वर्गदूतों को और अदभुत बातो को देखने लग जाओगे, प्रभु यीशु आपको अभिषेक करेंगे।
नोट :- आपको इस प्रक्रिया में धीरज रखना जरूरी है जब तक आप जीवित हैं तब तक जारी रखना है इस प्रक्रिया को प्रभु को खोज करना भी कह सकते है।
★★★★👇👇 महत्वपूर्ण बात 👇👇★★★★
परमेश्वर की उपस्थिति नही होने के परिणाम
“उस दिन बहुतेरे मुझ से कहेंगे; हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हम ने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत अचम्भे के काम नहीं किए?”
“तब मैं उन से खुलकर कह दूंगा कि मैं ने तुम को कभी नहीं जाना, हे कुकर्म करनेवालों, मेरे पास से चले जाओ।” Matthew 7:22-23
ये वे लोग हैं जिन्होंने बयाने में पवित्र आत्मा प्राप्त किया अन्य भाषा बोलने लगे और वरदान से भर गए लेकिन इनके अंदर परमेश्वर की उपस्थिति नहीं थी जिसके कारण आत्मा के फल नही लदे और स्वभाव नही बदला, वचन में सिद्ध नही हुए ? इसलिए बयाना वापस ले लिया गया । एग्रीमेंट (सौदा )कैंसिल
आज पवित्र आत्मा पाये हुए वरदानों से भरे हुए लोगों के अंदर प्रभु की उपस्थिति नही है इसलिए उनके अंदर आत्मा के फल नजर नही आते, प्रभु की उपस्थिति न होने के कारण स्वभाव नही बदलता, प्रभु यीशु के गुण नही दीखते जिससे अन्य जाति के लोग और ईसाई लोग यानि जो आत्मा नही पाये उनको ठोकर लगती हैं इस लिए वो पवित्र आत्मा न पाने के लिए अपनी अलग धार्मिकता बना लेते हैं। पवित्र आत्मा पाये हुए अन्य अन्य भाषा बोलने वालो को देख कर उनके अंदर बुराइयो को देख कर बदनाम करते है
ईसाई लोग उद्धार पाये हुओं को बुराई में पड़े हुए जब देखते हैं तो कहते हैं अरे भईया उनसे तो अच्छे हम हैं। ये भी गलत फहमी में हैं?
इसका मुख्य कारण उद्धार पाये पवित्र आत्मा पाये व्यक्ति के अंदर परमेश्वर की उपस्थिति नही है।
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शांत रहने शून्य रहने वाली प्रक्रिया इसलिए जरूरी है
लोग जब प्रार्थना में मीटिंग में जाते हैं
भजन गाये फिर + बाइबल पढ़े फिर + आराधना करी फिर + प्रार्थना करने लग गए, + हाल्लेलुयाह + धन्यवाद + स्तुति करते करते + अन्य भाषा बोलने लगे और जब बोल चुके तो फिर + लम्बी लिस्ट लेकर प्रार्थना करी और + आमीन किया और सब को जय मसीह किया हाथ मिलाये और चल दिया
अब घंटो प्रभु को सुनाये लेकिन प्रभु की सुनने के लिए 10 मिनिट नही रुके तो सोचिये प्रभु को बुरा नही लगेगा
अरे आपसे ही मैं बात करूँ और अपनी अपनी सुनाता रहूँ और जब आपके बोलने की बारी आये तो मैं कहूँ अच्छा जय मसीही की और चला जाऊं तो आपको बुरा नही लगेगा ?
एक दो बार तो आप सुन लोगे लेकिन तीसरी बार आप मिलना पसंद नही करोगे कट जाओगे बहाना मार दोगे
तो जरा सोचिये जीवन भर तो आप प्रभु को सुनाते आएं हैं सुनने के लिए कभी शांत नही बैठे कि प्रभु आप बोलिये आपका दास या दासी सुनते हैं
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ये ही प्रक्रिया आप सभा में दो या तीन या चार या 20 या 50 लोगों को साथ लेकर भी कर सकते हैं
सब को शांत करा दीजिये 40 मिनिट के अंदर प्रभु की उपस्थिति आ जायेगी
और जैसे ही उपस्थिति आएगी
ऐसा कोई व्यक्ति नही होगा जिसे प्रभु न छुए
लोग गिर पड़ेंगे फिका जायेंगे
बीमार चंगे हो जाएंगे
दुष्ट आत्माएं प्रगट हो जाएंगी और अपने आप छोड़ कर भाग जाएंगी
जो व्यकि पवित्र आत्मा पाने की इच्छा से बैठा है वो आत्मा से भर जाएगा
अदभुत होगा
जो लिखा हैं वो मेरा अपना अनुभव है
आप भी कर सकते हैं
लोगो को भी बताईये
By — Apostle Rakesh Lal
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